हिंदी में डब तेलुगू फिल्मों से उत्तर भारत के शहर, गांव और कस्बों तक अपनी पहचान बनाने वाले अभिनेता अल्लू अर्जुन की पिछली फिल्म ‘पुष्पा द राइज’ यानी ‘पुष्पा 1’ को लोकप्रियता दिलाने वाला आइटम नंबर ‘ऊ अंटावा’ तो आपको याद ही होगा। अब इस फिल्म की सीक्वल ‘पुष्पा द रूल‘ के लिए फिल्म के निर्देशक सुकुमार एक नई रूप सुंदरी को मौका देने जा रहे हैं। डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाली तेलुगू सिनेमा की उभरती अभिनेत्री श्रीलीला का नाम इस दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा है और सब कुछ ठीक रहा तो फिल्म ‘पुष्पा द रूल‘ का ये आइटम गाना जल्द ही फिल्मा लिया जाएगा। संगीत निर्देशक देवी श्री प्रसाद उर्फ डीएसपी फिल्म के करीब करीब सारे गाने तैयार कर चुके हैं और इनके अन्य भाषाई संस्करणों पर भी ‘काम लगातार जारी है। इस बार फिल्म में जिस आइटम गाने की तैयार चल रही. है वह सामंथा के गाने ‘ऊ अंटावा’ से भी ज्यादा आकर्षक, मधुर, मोहक और मादक होने वाला है।
श्रीलीला तेलुगु सिनेमा इंडस्ट्री की हाल के दिनों में तेजी से उभरती अभिनेत्री हैं और वे अब तक अभिनेता पवन कल्याण की फिल्म ‘उस्ताद भगत मिंह’, महेश बाबू की फिल्म ‘गुंट्र कारम’ और विजय देवरकोंडा की एक फिल्म साइन कर चुकी हैं। अमेरिका में पैदा हई और बेंगलुरु के एक मशहूर उद्योगपति सुभाकर राव सुरापनेनी की बेटी श्रीलीला का पालन पोषण उनकी डॉक्टर मां स्वर्णलता ने किया है। श्रीलीला ने फिल्मों में अपनी शुरुआत चार साल पहले कन्नड़ सिनेमा से की थी लेकिन अब उनका पूरा फोकस तेलुगू सिनेमा पर ही है। ‘पुष्पा द रूल‘ में श्रीलीला का आइटम नंबर फिल्म को हिंदी पट्टी में अच्छी हाइप दिला सकता है और उनकी भी लोकप्रियता बढ़ा देगा। श्रीलीला से पहले दिशा पाटनी, उर्वशी रौतेला और सीरत कपूर जैसे नामों की चर्चा थी लेकिन सबको पछाड़ते हुए 2019 में डेब्यू फिल्म से ही अवार्ड जीतने वाली श्रीलीला अब पहले पायदान पर हैं। बहुत कम ही लोग जानते हैं कि 22 वर्षीय श्रीलीला ने 2022 में दो दिव्यांग बच्चों (गुरु और शोभिता) को गोद लिया है।
करीब 500 करोड़ रुपये के बजट से बन रही इस फिल्म में अल्लू अर्जुन, रश्मिका मंदाना और फहाद फासिल के अलावा जगपति बाबू और प्रकाश राज की भी अहम भूमिकाएं होने वाली हैं। सबसे हालिया अपडेट में, पुष्पा 2: द रूल की शूटिंग की गति को जानबूझकर बढ़ाकर बताया गया है। रिपोर्टों से पता चलता है कि अब तक फिल्म की मात्र 30-40 प्रतिशत ही शूट ही हो पायी है। इसका पता चलने के बाद प्रशंसकों में निराशा की भावना से वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि फिल्म को पूरा करने में कई और महीनों की आवश्यकता हो सकती है।