IPL के बीच JioCinema अब अपना ओरिजिनल कंटेंट रिलीज करना शुरू कर दिया है। Jio Cinema की पहली हिंदी वेब सीरीज़ का नाम ‘इंस्पेक्टर अविनाश’है और अब यह सबटाइटल के साथ हिंदी, तमिल, तेलुगु और मलयालम ऑडियो में प्लेटफॉर्म पर रोजाना फ्री में एक एपिसोड स्ट्रीम कर रहा है। सारे एपिसोड लगभग 40 मिनट से थोड़े लंबे हैं। पहले दिन एक ही साथ दो एपिसोड रिलीज़ किए गए थे, फिर रोज एक, ये आठ एपिसोड की सीरीज है जो 24 मई तक पूरी तरह रिलीज़ हो जाएगी।
इस शो में रणदीप हुड्डा, उर्वशी रौतेला, अभिमन्यु सिंह, अमित सियाल, रजनीश दुग्गल और सौंदर्या शर्मा जैसे प्रतिभाशाली कलाकार मुख्य भूमिकाओं में हैं। यह शो उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स STF के गठन और उसकी एक टीम के मुखिया इंस्पेक्टर अविनाश की कहानी है। यह शो कुछ वास्तविक समय 1998 के बाद की घटनाओं पर आधारित है और अविनाश मिश्रा का मुख्य किरदार भी वास्तविक जीवन से प्रेरित है।
शो में रणदीप हुड्डा इंस्पेक्टर अविनाश का किरदार निभा रहे हैं जबकि उर्वशी उनकी पत्नी की भूमिका निभाती नजर आ रही हैं। इसकी कहानी वास्तविक जीवन की घटनाओं पर आधारित है, इंस्पेक्टर अविनाश का रोल उत्तर प्रदेश के पुलिस इंस्पेक्टर अविनाश चंद्र मिश्रा के वास्तविक जीवन से प्रेरित है। रणदीप हुड्डा और शो के निर्माताओं ने भी इसकी पुष्टि की है। रणदीप पिछले साल मिश्रा की बेटी के शादी में भी शामिल हो चुके हैं।
अविनाश चंद्र मिश्रा यूपी पुलिस इंस्पेक्टर थे और बाद में वे एसटीएफ में शामिल हो गए। वह 2019 को उत्तर प्रदेश पुलिस में डीएसपी के पद से सेवानिवृत्त(रिटायर) हुए थे। वे मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं। अविनाश मिश्रा काफी लंबे समय तक यूपी एसटीएफ और एटीएस का हिस्सा थे।
हालांकि पूरा शो अविनाश मिश्रा के जीवन पर आधारित है, लेकिन शो में कई सीक्वेंस फिक्शन का हिस्सा हैं और विभिन्न घटनाएं सच्ची नहीं भी हैं। हनुमान गढ़ी मंदिर की घटना कभी नहीं हुई और यह किसी भी सरकारी रिकॉर्ड में उपलब्ध नहीं है, फिर भी सीन में लिखा गया था की बवाल से बचने के लिया ये सब गुप्त रखा गया। विपक्ष के नेत्री कौशिक की हत्या और बिट्टू चौबे का उत्तर प्रदेश से हरिद्वार/ऋषिकेश तक पीछा करने की कहानी भी काल्पनिक ही लगती है।
हालांकि कुछ घटनाएं सच्चाई से प्रेरित हैं और वास्तविक अविनाश मिश्रा के जीवन से ली गई हैं। फिर भी शो में कई सीक्वेंस हैं जो फिक्शन का हिस्सा हैं। कुल मिलाकर यह शो वास्तविकता और कल्पना का मेल है। शो को और दिलचस्प बनाने के लिए मेकर्स और क्रिएटर्स द्वारा इसमें कुछ मसाला का तड़का भी लगाया गया है।
सभी को जियो सिनेमा के कंटेंट से काफी उम्मीदें थीं और ये सीरीज उम्मीद पर खरे उतरी है। शो की कास्ट भी कमाल की है और शो दर्शकों के मन में प्रभाव छोड़ने में सफल है। एपिसोड्स में थ्रिल और दमदार डायलॉग्स भरे पड़े है। रणदीप हुड्डा शो के हीरो हैं और कहानी भी खुद सुना रहे हैं, वह सफल साबित हुए हैं। उर्वशी रौतेला भी अपने इस छोटे किरदार में ट्विटर की जनता को उत्तेजित करने में कामयाब रही हैं। अभिमन्यु सिंह, अमित सियाल जैसे मझे हुए कलाकार नेगेटिव किरदार में हमेशा की तरह जान डाल दिए हैं।
कहानी भले ही पुराने सुपर कॉप के प्लॉट पर चलती है पर यूपी के बैकग्राउंड में जबरदस्त लगती है। प्रत्येक एपिसोड रोमांच से भरे हैं, उस हिसाब से इसकी लम्बाई भी जायज है। इसमें कुछ बोल्ड सीन, बकैती, गाली भी हैं तो इसे परिवार/बच्चों के साथ देखने से बचें। यहां शो की विस्तृत रिव्यु दे दी गई है, हम आगे आने वाले एपिसोड के बाद यह रिव्यु अपडेट करेंगे।